
विजयी प्रत्याशी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलते हुए – उत्तराखंड पंचायत चुनाव 2025 की खास मुलाकात"
देहरादून में विजयी प्रत्याशियों का आभार प्रदर्शन
रुद्रपुर। पंचायत चुनाव 2025 में विजयी हुए प्रत्याशियों का उत्साह चरम पर है। रविवार को जिले से विजयी हुए प्रत्याशियों ने देहरादून पहुंचकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की। इस दौरान प्रत्याशियों ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न भेंट कर आभार जताया और राज्य के विकास में अपनी सक्रिय भागीदारी का संकल्प लिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने सभी विजयी प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि लोकतंत्र की असली ताकत जनता की भागीदारी है और निर्वाचित प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है कि वे जनता की उम्मीदों पर खरे उतरें।
विजयी प्रत्याशियों की मौजूदगी
मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वालों में जिला पंचायत अध्यक्ष ऊधमसिंह नगर अजय मौर्य, ब्लॉक प्रमुख सरिता राणा, पूर्व जिला पंचायत सदस्य रविंद्र राणा, जिला पंचायत सदस्य सूरज राणा, सदफ मलिक, भाजपा नेता सतीश भट्ट, भवानी भंडारी, बॉबी ढींगरा और पप्पू मलिक शामिल रहे। सभी प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को विश्वास दिलाया कि वे गांव-गांव जाकर जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए तत्पर रहेंगे और सरकार की योजनाओं को लाभार्थियों तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
मुख्यमंत्री धामी का संबोधन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विजयी प्रत्याशियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह जीत केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि जनता का विश्वास और सेवा का अवसर है। उन्होंने सभी प्रतिनिधियों को विकास योजनाओं को जनता तक पहुंचाने और पारदर्शिता के साथ कार्य करने की सलाह दी। सीएम धामी ने यह भी कहा कि राज्य और केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यों को प्रत्येक पंचायत तक पहुंचाना ही असली चुनौती है। उन्होंने प्रतिनिधियों से अपील की कि वे जनता की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करें और अपने क्षेत्र के विकास की ठोस योजना बनाकर सरकार के साथ साझा करें।
विकास कार्यों का भरोसा
नवनियुक्त जिला पंचायत अध्यक्ष अजय मौर्य ने इस अवसर पर कहा कि खटीमा-मझोला मार्ग पर जल्द ही कार्य प्रारंभ होगा, जिससे क्षेत्रवासियों को सीधा लाभ मिलेगा। वहीं, ब्लॉक प्रमुख सरिता राणा ने भरोसा दिलाया कि वह विकास कार्यों का खाका जल्द ही तैयार करेंगी और प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं का समाधान करेंगी। भाजपा नेता सतीश भट्ट और भवानी भंडारी ने कहा कि जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना ही उनका मुख्य उद्देश्य है। बॉबी ढींगरा और पप्पू मलिक ने भी कहा कि पंचायत स्तर पर विकास की गति तेज करने के लिए वे पूरी मेहनत करेंगे।
पंचायत चुनाव के नतीजों का असर
राज्य में हाल ही में संपन्न पंचायत चुनाव ने राजनीतिक माहौल को नई दिशा दी है। विजयी प्रत्याशियों की मुख्यमंत्री से हुई यह मुलाकात न केवल उनके राजनीतिक सफर का अहम पड़ाव है, बल्कि जनता के प्रति उनकी जिम्मेदारी को भी और मजबूत करती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि पंचायत स्तर पर यदि विकास कार्य समय पर और पारदर्शिता से किए जाएं, तो जनता का भरोसा न सिर्फ सरकार पर, बल्कि स्थानीय प्रतिनिधियों पर भी और गहरा होगा।
जनता की उम्मीदों पर खरे उतरने की चुनौती
विजयी प्रत्याशियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि वे चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करें। जनता ने उन्हें सिर्फ राजनीतिक पहचान के लिए नहीं, बल्कि समस्याओं के समाधान के लिए चुना है। सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, जल आपूर्ति, रोजगार और कृषि जैसे मुद्दे ग्रामीण जनता की प्राथमिकता में शामिल हैं। अगर प्रतिनिधि इन पर सही रणनीति और कार्ययोजना बनाकर काम करते हैं, तो निस्संदेह पंचायत स्तर पर विकास की नई तस्वीर सामने आएगी।
भाजपा की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान
मुख्यमंत्री धामी ने विजयी प्रत्याशियों को यह भी कहा कि भाजपा की नीतियों और केंद्र-राज्य सरकार की योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाना उनकी जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत योजना, किसान सम्मान निधि, स्वरोजगार योजनाएं और महिला सशक्तिकरण जैसे कई कार्यक्रम पंचायत स्तर पर चल रहे हैं, जिन्हें जनता तक पहुंचाना जरूरी है।
भविष्य की रणनीति और विकास का रोडमैप
इस मुलाकात के दौरान प्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी पंचायतों की समस्याओं और जरूरतों पर भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने सभी को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार विकास कार्यों को गति देने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। प्रतिनिधियों ने साफ कहा कि वे सिर्फ वादों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि जमीनी स्तर पर काम कर जनता को वास्तविक राहत देंगे। देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और विजयी प्रत्याशियों की मुलाकात केवल औपचारिकता नहीं थी, बल्कि एक ऐसे जनसंपर्क और विकास संकल्प का प्रतीक थी, जिसमें जनता की उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि विजयी प्रत्याशी कितनी तेजी और ईमानदारी से अपने वादों को पूरा करते हैं।
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