
डीएम और एसएसपी रुड़की उर्स मेले की तैयारियों का निरीक्षण करते हुए।
रुड़की दरगाह साबिर पाक का 757वां सालाना उर्स/मेला शुरू होने में अब सिर्फ चार दिन बाकी हैं। लाखों जायरीन इस ऐतिहासिक उर्स में शामिल होने के लिए देशभर से रुड़की पहुंचते हैं। इस भीड़ और व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए बुधवार को जिलाधिकारी (डीएम) मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने मेला क्षेत्र का विस्तृत निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पाया कि कई व्यवस्थाएं अधूरी हैं। उन्होंने संबंधित विभागों को सख्त निर्देश दिए कि सभी कार्य जल्द से जल्द पूरे किए जाएं ताकि जायरीनों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
प्रशासन की प्राथमिकताएँ: भीड़ और सुरक्षा प्रबंधन
निरीक्षण दल में डीएम और एसएसपी के साथ ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र शेट, एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल और सीओ रुड़की नरेंद्र पंत भी शामिल रहे। इस दौरान अधिकारियों ने भीड़ प्रबंधन, यातायात व्यवस्था, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, पेयजल आपूर्ति, पथ प्रकाश और साफ-सफाई का जायजा लिया। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने पुलिस बल की तैनाती और सुरक्षा व्यवस्था पर जोर देते हुए कहा कि उर्स के दौरान सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि बड़ी भीड़ को संभालने के लिए वैकल्पिक यातायात मार्ग भी तैयार किए जाएंगे। ईओ नगर पंचायत को निर्देश दिए गए कि मेला क्षेत्र की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। शौचालयों को समय पर साफ-सुथरा रखने और कचरा निस्तारण की व्यवस्था मजबूत करने के आदेश दिए गए। अधिकारियों ने साफ-सफाई को जायरीनों की सुविधा की पहली शर्त बताया।
पेयजल और स्वास्थ्य सेवाएँ
स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया कि मेला क्षेत्र में अस्थायी अस्पताल और स्वास्थ्य शिविर स्थापित किए जाएं। हर समय चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी उपलब्ध रहें ताकि आपात स्थिति में त्वरित उपचार दिया जा सके। पेयजल आपूर्ति को सुचारू रखने के लिए जल संस्थान को अलर्ट किया गया है।
थाने की प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी और एसएसपी ने थाने की प्रस्तावित भूमि का भी दौरा किया। अधिकारियों का मानना है कि भविष्य में स्थायी पुलिस चौकी और थाने की स्थापना से उर्स और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा और अधिक मजबूत होगी।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का बयान
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र शेट ने बताया कि अभी कुछ व्यवस्थाएं अधूरी हैं लेकिन आने वाले दिनों में सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता है कि उर्स के दौरान किसी जायरीन को असुविधा न हो। दरगाह साबिर पाक का सालाना उर्स न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि सामाजिक और सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल भी है। हर साल देशभर से लाखों जायरीन यहां पहुंचते हैं। यह आयोजन गंगा-जमुनी तहज़ीब को जीवंत करता है और भाईचारे का संदेश देता है।
मेला क्षेत्र में विशेष तैयारियाँ
- साफ-सफाई और स्वच्छता – नगर पंचायत की विशेष जिम्मेदारी।
- सुरक्षा प्रबंधन – सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन निगरानी और पुलिस बल की तैनाती।
- स्वास्थ्य सुविधाएँ – अस्थायी अस्पताल और आपातकालीन टीम।
- यातायात प्रबंधन – वैकल्पिक मार्ग और भीड़ नियंत्रण की रणनीति।
- पेयजल आपूर्ति – पर्याप्त पेयजल और फायर ब्रिगेड की तैनाती।
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