उत्तरकाशी ज़िले में बुनियादी सुविधाओं की बिगड़ती हालत के खिलाफ जिला कांग्रेस कमेटी ने सोमवार को एक जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालते हुए जिला मुख्यालय पहुंचकर अपनी पांच सूत्रीय मांगों के समर्थन में प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि खराब सड़कों, असुविधाजनक यात्रा व्यवस्थाओं और चिकित्सा सुविधाओं की बदहाली ने आमजन का जीवन दूभर बना दिया है।
कांग्रेस की पांच प्रमुख मांगें और जन समस्याएं
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ज़िला प्रशासन और सरकार के प्रति नाराज़गी जाहिर की और निम्नलिखित प्रमुख समस्याओं पर तत्काल कार्यवाही की मांग की:
1. गंगोरी से बडेथी ओपन टनल तक सड़क का डामरीकरण –इस मार्ग की हालत बेहद खराब है, जिससे चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्री और स्थानीय निवासी दोनों परेशान हैं। जगह-जगह बने गड्ढे दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं।
2. जिला अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं की बदहाली –डॉक्टरों की कमी के चलते यह अस्पताल एक रेफर सेंटर बनकर रह गया है। दूरदराज से आने वाले मरीजों को देहरादून या ऋषिकेश जाना पड़ता है, जिससे उन्हें अतिरिक्त खर्च और असुविधा का सामना करना पड़ता है।
3. चारधाम यात्रा व्यवस्था में सुधार –तीर्थयात्रियों के लिए बनाए गए आवास, यातायात और सूचना नेटवर्क पूरी तरह असुविधाजनक स्थिति में हैं।
4. विभागीय भ्रष्टाचार और नेटवर्क समस्याएं –विभिन्न सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार और तकनीकी असुविधाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे जनता का विश्वास घट रहा है।5. पलायन की गंभीर समस्या –मूलभूत सुविधाओं की कमी के चलते गांवों से लोगों का पलायन जारी है, जिसे रोकने के लिए कोई ठोस नीति नहीं बन पाई है।
प्रदर्शन का स्वरूप और नेतृत्वकांग्रेस कार्यकर्ता ज्ञानसू पेट्रोल पंप से एकत्र होकर गंगोत्री हाईवे, बस अड्डा और भटवाड़ी रोड होते हुए कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे। वहां उन्होंने सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनीष राणा ने किया।
इस अवसर पर मौजूद अन्य नेताओं में शामिल रहे:पूर्व जिलाध्यक्ष घनानंद नौटियाल वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजेंद्र नौटियाल, विजय सेमवाल, कमल सिंह रावतमहिला कांग्रेस से पवित्रा राणा, राखी राणाअन्य कार्यकर्ता: दशरथ सेमवाल, मनोज राही, दीपक रावत आदि
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प्रशासन से की गई अपील कांग्रेस प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। ज्ञापन में मांग की गई है कि ज़िला प्रशासन सड़क निर्माण, स्वास्थ्य सेवाओं की बहाली और यात्रा सुविधाओं को प्राथमिकता पर लेकर कार्यवाही करे।
यदि आप भी उत्तरकाशी या उत्तराखंड के किसी हिस्से में बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं, तो अपनी आवाज़ उठाइए। स्थानीय प्रशासन तक शिकायत पहुंचाएं और लोकतांत्रिक तरीके से अपने अधिकारों की मांग करें। परिवर्तन की शुरुआत आपसे हो सकती है।
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