हरिद्वार के जिलाधिकारी को पुष्पगुच्छ भेंट करते कर्मचारी-शिक्षक संगठन के पदाधिकारीहरिद्वार के जिलाधिकारी को पुष्पगुच्छ भेंट करते कर्मचारी-शिक्षक संगठन के पदाधिकारी

हरिद्वार, उत्तराखंड — उत्तरांचल (पर्वतीय) कर्मचारी-शिक्षक संगठन जनपद-हरिद्वार के पदाधिकारियों ने हाल ही में नवपदस्थापित जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से शिष्टाचार भेंट की। इस भेंट के दौरान संगठन ने जिलाधिकारी महोदय को उनके नवीन कार्यभार ग्रहण करने पर पुष्पगुच्छ और अभिनंदन पत्र भेंट कर शुभकामनाएं दीं।

भेंट के अवसर पर संगठन ने जिलाधिकारी से कुछ महत्वपूर्ण माँगें भी रखीं, जिनमें मेला भत्ता देने और कावड़ मेले के दौरान ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को परिचय पत्र जारी करने की मांग प्रमुख रही। यह मांग इसलिए की गई ताकि कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान सुविधा मिल सके और वे अपनी जिम्मेदारियों को सुचारु रूप से निभा सकें।

जिलाधिकारी महोदय ने संगठन की बातों को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि यदि संगठन द्वारा इन विषयों पर विस्तृत प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाता है, तो वह उस पर आवश्यक कार्रवाई करेंगे। यह आश्वासन संगठन के सदस्यों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और प्रशासन-संगठन के समन्वय को दर्शाता है।

इस शिष्टाचार भेंट में संगठन के कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से वरिष्ठ प्रांतीय उपाध्यक्ष सोहन सिंह रावत, जिलाध्यक्ष ललित मोहन जोशी, जिला महामंत्री चौधरी अनिल कुमार, के सी शर्मा, डॉ आनंद फर्त्याल, नीरज त्यागी, मनोज चंद, रईस अहमद, देवेंद्र रावत, विपिन कुमार सैनी, राखी आत्रेय, सगीर अहमद, राजेश, दिनेश चंद्र लखेड़ा, मेहुल शर्मा, नवीन शर्मा, देवेंद्र त्यागी सहित अन्य पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित रहे।संगठन के प्रतिनिधियों ने यह भी बताया कि कावड़ मेला एक विशेष धार्मिक आयोजन है, जिसमें बड़ी संख्या में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है।

इन कर्मचारियों को समय पर मेला भत्ता न मिल पाने के कारण वे असंतुष्ट रहते हैं। इसके साथ ही ड्यूटी के समय कोई पहचान पत्र न होने से कई बार उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ता है।इसलिए संगठन ने यह मांग की कि मेला ड्यूटी करने वाले सभी सरकारी कर्मचारियों को प्रशासन की ओर से परिचय पत्र जारी किए जाएं ताकि वे अपनी ड्यूटी सुचारु रूप से कर सकें और किसी भी प्रकार की परेशानी से बचा जा सके।

यह बैठक न केवल एक शिष्टाचार भेंट रही, बल्कि एक सकारात्मक संवाद की शुरुआत भी थी, जो आने वाले समय में कर्मचारी-प्रशासन संबंधों को और मजबूत करेगी। संगठन द्वारा प्रस्तुत मुद्दे कर्मचारियों के हित से सीधे जुड़े हैं और उम्मीद की जा रही है कि जिलाधिकारी द्वारा दिए गए आश्वासन के अनुसार शीघ्र ही कोई सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा।

अगर आप भी उत्तराखंड में कार्यरत सरकारी कर्मचारी हैं और आपकी ड्यूटी कावड़ मेले या अन्य विशेष आयोजनों में लगाई जाती है, तो अपने संगठन से संपर्क कर अपनी मांगों को प्रशासन तक पहुँचाने के लिए एकजुट हों। अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट पर बने रहें।

यह भी पढ़ें 👉 हरिद्वार: विष्णु घाट से अचानक गायब हुई मासूम बच्ची, अलकनंदा घाट से सकुशल मिली…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *