
“ऋषिकेश नगर निगम में आधार शिविर लगाने की मांग करते पार्षद”
ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र में आधार सेवा से जुड़ी समस्याएँ लगातार गहराती जा रही हैं। वर्तमान में नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों के लिए केवल एक ही आधार सेवा केंद्र उपलब्ध है, जो तहसील परिसर में स्थित है। यही कारण है कि नगरवासियों को आधार कार्ड बनाने और उनमें सुधार करवाने के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को नगर के कई पार्षदों ने इस गंभीर समस्या को उठाते हुए सभी वार्डों में साप्ताहिक आधार पंजीकरण और सुधार शिविर लगाने तथा तहसील में दो नए आधार काउंटर स्थापित करने की मांग की।
पार्षद अभिनव सिंह मलिक ने स्पष्ट किया कि नगर निगम ऋषिकेश में कुल 40 वार्ड हैं, लेकिन सभी के लिए केवल एक ही आधार सेवा केंद्र कार्यरत है। इस केंद्र पर सुबह-सुबह लंबी कतारें लग जाती हैं। अक्सर लोग सुबह पाँच बजे से लाइन में लग जाते हैं, लेकिन दिनभर में केवल 15 से 20 आवेदन ही निपटाए जा पाते हैं। इससे बड़ी संख्या में लोग निराश होकर लौट जाते हैं। इस स्थिति का सबसे अधिक दुष्प्रभाव दिहाड़ी मजदूरों, छात्रों, नौकरीपेशा लोगों, महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों पर पड़ रहा है। इन वर्गों के लिए आधार कार्ड न सिर्फ पहचान का माध्यम है बल्कि सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का भी मुख्य आधार है। यदि समय पर आधार पंजीकरण या उसमें सुधार नहीं हो पाता तो लाभार्थियों को कई सरकारी योजनाओं से वंचित होना पड़ता है।
पार्षदों का कहना है कि नगर निगम के हर वार्ड में कम से कम सप्ताह में एक बार आधार शिविर का आयोजन होना चाहिए, ताकि आम नागरिकों को भटकना न पड़े। इसके साथ ही तहसील में दो नए आधार काउंटर खोले जाने चाहिए, ताकि प्रतिदिन अधिक से अधिक आवेदन निपटाए जा सकें।
इस संबंध में पार्षद पुष्कर बंगवाल और पार्षद सुरोजनी थपलियाल ने भी सहमति जताई। उनका कहना है कि वर्तमान व्यवस्था नागरिकों की आवश्यकताओं के अनुरूप बिल्कुल अपर्याप्त है। यदि नगर निगम क्षेत्र में आधार सेवा केंद्रों की संख्या नहीं बढ़ाई गई तो लोगों की परेशानियाँ लगातार बढ़ती जाएंगी। आधार कार्ड आज हर नागरिक के लिए अनिवार्य दस्तावेज बन चुका है। बैंक खाते खोलने, स्कूल-कॉलेज में प्रवेश, पेंशन योजनाएँ, छात्रवृत्ति, गैस सब्सिडी और विभिन्न सरकारी योजनाओं में इसका उपयोग किया जाता है। इस वजह से आधार सेवा केंद्रों की पर्याप्त संख्या होना आवश्यक है।
नगर निगम क्षेत्र में केवल एक केंद्र होने से नागरिकों को भारी समय और धन दोनों की हानि हो रही है। कई बार लोग घंटों कतार में खड़े रहने के बाद भी बिना काम के लौट जाते हैं। पार्षदों ने जिला प्रशासन से इस विषय पर तुरंत कार्यवाही करने की मांग की है। यदि सभी वार्डों में साप्ताहिक शिविर आयोजित किए जाते हैं तो इससे सीधे तौर पर लाखों लोगों को लाभ मिलेगा। विशेषकर उन वर्गों को राहत मिलेगी जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और दैनिक मजदूरी करते हैं। इस मांग को लेकर पार्षदों ने प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है। नागरिकों की ओर से भी लगातार यह आवाज उठ रही है कि नगर निगम क्षेत्र में आधार सेवा केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए और व्यवस्था को सुचारू बनाया जाए।