कई लोग मानते हैं कि फल और सब्जियों को कच्चा खाने से अधिक पोषण मिलता है। हालांकि, कुछ खास सब्जियों के मामले में यह धारणा पूरी तरह सही नहीं है। कुछ ऐसी सब्जियां हैं जिनमें मौजूद पोषक तत्व कच्चे रूप में शरीर द्वारा अवशोषित नहीं हो पाते, या फिर उनके कच्चे रूप में कुछ हानिकारक यौगिक होते हैं जो स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। इस लेख में हम उन पांच प्रमुख सब्जियों की बात करेंगे जिन्हें पकाकर खाना आपकी सेहत के लिए कहीं ज्यादा लाभदायक साबित होता है।
1. गाजर – पकी गाजर से बेहतर मिलता है विटामिन-ए
गाजर को आमतौर पर लोग कच्चे रूप में सलाद में खाना पसंद करते हैं, लेकिन इसमें मौजूद बेटा-कैरोटीन नामक तत्व पकाने के बाद ज्यादा सक्रिय हो जाता है। यह यौगिक शरीर में जाकर विटामिन-ए में परिवर्तित होता है, जो आंखों, त्वचा और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए फायदेमंद है। हल्की भाप में पकाई गई गाजर या उसका सूप पीने से यह तत्व अच्छी तरह अवशोषित होता है।
2. पालक – पथरी से बचाव और आयरन का सही अवशोषण
पालक आयरन, कैल्शियम और फोलिक एसिड से भरपूर होता है, लेकिन इसके कच्चे रूप में ऑक्सालिक एसिड पाया जाता है, जो इन पोषक तत्वों के अवशोषण को बाधित करता है। यह तत्व शरीर में कैल्शियम के साथ मिलकर गुर्दे की पथरी बनने की आशंका को भी बढ़ा सकता है। इसलिए पालक को हल्का उबालकर या सूप बनाकर सेवन करना अधिक लाभदायक होता है।
3. टमाटर – पकने पर बढ़ती है कैंसर रोधी क्षमता
टमाटर में मौजूद लाइकोपीन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़कर कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है। पकाने से लाइकोपीन की मात्रा और इसकी सक्रियता दोनों बढ़ जाती हैं। यही कारण है कि टमाटर का उपयोग सब्जी, सूप या ग्रेवी के रूप में करना स्वास्थ्य के लिए अधिक फायदेमंद होता है।
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4. मशरूम – कच्चे मशरूम में पाचन समस्याएं और बैक्टीरिया का खतरा
मशरूम को कच्चा खाने से पेट में गैस, सूजन और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं, क्योंकि इसमें एगारिटिन जैसे तत्व होते हैं, जो कुछ लोगों में पाचन संबंधी परेशानियों का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा, कच्चे मशरूम में हानिकारक बैक्टीरिया होने की आशंका भी बनी रहती है। इसलिए मशरूम को हमेशा अच्छे से पकाकर या भूनकर ही खाना चाहिए।-
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5. सोयाबीन – कच्चे रूप में मौजूद एंजाइम्स लाभकारी पोषक तत्वों को रोकते हैं
सोयाबीन में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, लेकिन कच्चे रूप में इसमें मौजूद ट्रिप्सिन इनहिबिटर और लेक्टिन जैसे यौगिक शरीर में इन पोषक तत्वों के अवशोषण को बाधित कर सकते हैं। यही नहीं, यह तत्व आयरन, जिंक जैसे खनिजों की उपलब्धता भी घटा सकते हैं। इसलिए सोयाबीन को हमेशा उबालकर या अच्छी तरह पकाकर ही सेवन करना चाहिए।
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