चमोली :वर्ष 2026 में प्रस्तावित माँ नंदा देवी राजजात यात्रा के सफल और सुरक्षित संचालन को लेकर प्रशासन ने तैयारियों का आगाज कर दिया है। इस क्रम में जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने सोमवार को जिला सभागार में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की, जिसमें यात्रा मार्ग के विकास, यात्री सुविधाओं और विभागीय कार्यों की विस्तार से समीक्षा की गई।
विभागवार कार्यों की समीक्षा, प्राथमिकता के अनुसार सूची तैयार करने के निर्देश
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी कार्यों को ‘अति आवश्यक’, ‘आवश्यक’ और ‘धनराशि की उपलब्धता’ के आधार पर तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यात्रा मार्ग की सड़कें, पैदल मार्ग, पुल, पेयजल और विद्युत व्यवस्था का मौके पर जाकर निरीक्षण किया जाए और जरूरत के अनुसार प्राथमिकता सूची तैयार कर तत्काल उपलब्ध कराई जाए।
यात्रियों की सुविधा के लिए होगा विशेष प्रबंध
बैठक में बताया गया कि आगामी यात्रा में देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु भाग लेंगे। ऐसे में उनके लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाओं जैसे कि स्वास्थ्य केंद्र, अस्थायी विश्रामगृह, छायादार शेड, साइनेज बोर्ड, और शौचालयों का निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं को भी अमल में लाने की बात बैठक में प्रमुखता से उठाई गई। जिलाधिकारी ने इन कार्यों को भी प्राथमिकता के आधार पर क्रियान्वित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
सौंदर्यीकरण और स्थायी सुधारों पर भी रहेगा ध्यान
डीएम तिवारी ने यह भी कहा कि यात्रा मार्गों पर सौंदर्यीकरण और दीर्घकालिक सुधार कार्यों के प्रस्ताव आवंटित बजट के अनुसार बनाए जाएं। इसके अलावा, यात्रा मार्गों पर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए।
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आपदा प्रबंधन भी रहेगा मुस्तैद
प्राकृतिक आपदा या अन्य आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने के लिए जिलाधिकारी ने डीडीआरएन (District Disaster Resource Network) की स्थापना के निर्देश आपदा प्रबंधन अधिकारी को दिए। इसका उद्देश्य यात्रा मार्ग पर किसी भी आपात स्थिति से त्वरित और प्रभावी ढंग से निपटना होगा।
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विभागों के बीच समन्वय पर विशेष बल
जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों से आपसी समन्वय से कार्य करने की अपील की, ताकि दोहराव से बचा जा सके और निर्माण कार्यों में ओवरलैपिंग न हो। उन्होंने कहा कि यात्रा से जुड़ा हर कार्य योजना बद्ध तरीके से, समय पर और गुणवत्ता के साथ होना चाहिए।
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बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी
इस समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, डीएफओ सर्वेश कुमार दूबे, तथा अन्य जिला स्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने अपने विभागों की ओर से प्रस्तावित कार्यों की जानकारी दी और अमल के लिए आश्वस्त किया।
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