
: मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के तहत खानपुर में आयोजित ब्लॉक स्तरीय कार्यशाला में महिलाएं
महिलाओं के लिए उद्यमिता का मजबूत मंच — मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना
जनपद हरिद्वार के खानपुर विकासखंड में 12 अगस्त को मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के तहत एक महत्वपूर्ण ब्लॉक स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था — स्वयं सहायता समूह (Self Help Group – SHG) की महिला सदस्यों को उद्यम से जोड़ना, उन्हें बैंक लोन उपलब्ध कराना और छोटे उद्योग स्थापित करने के लिए मार्गदर्शन देना।
कार्यशाला में दी गई योजनाओं की पूरी जानकारी
इस कार्यक्रम में उपस्थित महिला प्रतिभागियों को मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के साथ-साथ अन्य संचालित सरकारी परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
ग्रामोत्थान (Reap Project) के जिला परियोजना प्रबंधक श्री संजय सक्सेना ने महिलाओं को विस्तार से बताया कि यह योजना किस प्रकार उनके जीवनस्तर को बेहतर बनाने और आजीविका के अवसर बढ़ाने में सहायक है।
नामांकन और लाभार्थियों की पहचान
कार्यशाला के दौरान महिलाओं का नामांकन (Enrollment) भी किया गया ताकि वे योजना के अंतर्गत मिलने वाली सभी सेवाओं और लाभों का लाभ उठा सकें। इस अवसर पर महिलाओं को बताया गया कि कैसे वे बिज़नेस प्लान तैयार कर सकती हैं और बैंक से लोन लेकर अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकती हैं।
कार्यक्रम में शामिल प्रमुख अधिकारी और विशेषज्ञ
इस कार्यशाला में कई महत्वपूर्ण अधिकारी और विशेषज्ञ मौजूद रहे, जिनमें शामिल थे —
- ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के जिला परियोजना प्रबंधक — संजय सक्सेना
- विभिन्न बैंकों के अधिकारी
- मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के बिज़नेस प्लानिंग एंड डेवलपमेंट एक्सपर्ट — राव आशकर
- एनआरएलएम के बीएमएम और एरिया कोऑर्डिनेटर
- रीप परियोजना के लाइवलीहुड कोऑर्डिनेटर
- एग्रीकल्चर एक्सटेंशन, आईपीआरपी
- सीएलएफ स्टाफ, सीएलएफ के बीओडी सदस्य
- ब्लॉक स्तर के अन्य कर्मचारी और महिला प्रतिभागी
मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना से कैसे मिलेगा फायदा?
मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना का उद्देश्य है —
- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना
- रोजगार के अवसर बढ़ाना
- स्थानीय स्तर पर उद्योग को बढ़ावा देना
- बैंकिंग और वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना
- प्रशिक्षण एवं स्किल डेवलपमेंट के अवसर प्रदान करना
यह योजना महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से सक्षम बनाती है, बल्कि उन्हें समाज में एक सशक्त पहचान भी देती है।
ग्रामोत्थान (Reap) परियोजना की भूमिका
ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना, ग्रामीण महिलाओं को आजीविका बढ़ाने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण, तकनीकी सहयोग और बाजार से जुड़ाव प्रदान करती है। इसके अंतर्गत महिलाएं —
- कृषि आधारित व्यवसाय
- डेयरी और पशुपालन
- हस्तशिल्प और कुटीर उद्योग
- खाद्य प्रसंस्करण
जैसे क्षेत्रों में कार्य कर सकती हैं।
महिलाओं के अनुभव और उत्साह
कार्यशाला में शामिल कई महिलाओं ने बताया कि उन्हें पहली बार इतने विस्तार से सरकारी योजनाओं की जानकारी मिली। अब वे बैंक लोन लेकर अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए आत्मविश्वास महसूस कर रही हैं।
महिलाओं के लिए संदेश
अगर आप भी मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना या ग्रामोत्थान (Reap) परियोजना का लाभ लेना चाहती हैं, तो अपने ब्लॉक विकास कार्यालय या निकटतम बैंक से संपर्क करें। आज ही अपना नामांकन कराएं और आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में कदम बढ़ाएं।
खानपुर में आयोजित यह ब्लॉक स्तरीय कार्यशाला महिलाओं के लिए उद्यमिता की ओर बढ़ने का एक बड़ा कदम है। मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना और ग्रामोत्थान परियोजना मिलकर ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
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