
"ऊधमसिंह नगर में डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने 1642 मतदेय स्थलों की जानकारी दी"
ऊधमसिंह नगर जिले में आगामी चुनावों को सुचारू और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने की दिशा में प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया है। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने जानकारी दी कि जिले में कुल 1642 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। यह निर्णय राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों की मौजूदगी में जिला सभागार में हुई बैठक के दौरान लिया गया। डीएम ने स्पष्ट किया कि निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार हर मतदाता को मतदान स्थल तक आसानी से पहुंचाने और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष रणनीति तैयार की गई है। इसी कड़ी में अगस्त माह के पहले पखवाड़े में बीएलओ, सुपरवाइजर और तहसील स्तर के अधिकारियों द्वारा पुनर्निर्धारण, संशोधन, परिवर्तन और भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया पूरी की गई।
इस प्रक्रिया के दौरान पाया गया कि जिले के कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या 1150 से अधिक है। ऐसे कुल 313 केंद्रों को चिह्नित किया गया। इन केंद्रों पर भीड़ को कम करने और मतदाताओं को सुविधा देने के उद्देश्य से 178 नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं। वहीं शेष 135 मतदान स्थलों के मतदाताओं को पास के निकटतम स्थलों में समायोजित कर दिया गया है। डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने कहा कि ऊधमसिंह नगर एक तेजी से विकसित हो रहा जिला है, जहां बहुमंजिला इमारतों और कॉलोनियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसी कारण रुद्रपुर में ओमैक्स और मेट्रोपोलिस सिटी जैसी बड़ी टाउनशिप में विशेष मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसके अलावा काशीपुर की प्रकाश सिटी में भी मतदाताओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक मतदान स्थल बनाया गया है।
बैठक में मौजूद राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने पार्टी के बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) तैनात करें और उनकी सूची जल्द उपलब्ध कराएं ताकि निर्वाचन आयोग को यह जानकारी भेजी जा सके। साथ ही यह भी कहा गया कि अगर किसी दल को किसी स्थल को लेकर आपत्ति या सुझाव है तो वे उसे प्रस्तुत कर सकते हैं, ताकि समय रहते सुधार किए जा सकें।
इस बैठक में एडीएम कौस्तुभ मिश्र, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी राजेन्द्र अधिकारी, सांसद प्रतिनिधि योगेश वर्मा, कांग्रेस के जिला सचिव मनोज कुमार सिंह, नगर महामंत्री सुनील आर्य, आम आदमी पार्टी की जिलाध्यक्ष किरन पांडे विश्वास, बसपा के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार गौतम और अन्य राजनीतिक दलों के पदाधिकारी मौजूद रहे। यह निर्णय न सिर्फ प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया की मजबूती का भी प्रतीक है। चुनावों में मतदाता भागीदारी को बढ़ाने के लिए आसान पहुंच और सुव्यवस्थित मतदान केंद्रों की बड़ी भूमिका होती है। प्रशासन ने इस बार खास तौर पर मतदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए योजना बनाई है, ताकि कोई भी मतदाता मतदान से वंचित न रहे।
ऊधमसिंह नगर जिले की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है और नए-नए शहरी क्षेत्र विकसित हो रहे हैं। ऐसे में पारंपरिक मतदान केंद्रों पर बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण हो गया था। नए बनाए गए मतदान स्थल इस चुनौती को काफी हद तक कम करेंगे। प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी मतदान स्थलों पर पेयजल, शौचालय और व्हीलचेयर जैसी सुविधाएं उपलब्ध हों, जिससे दिव्यांगजन और बुजुर्ग मतदाता भी बिना किसी परेशानी के मतदान कर सकें। डीएम नितिन सिंह भदौरिया का कहना है कि यह तैयारी केवल चुनाव संपन्न कराने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र की मजबूती की दिशा में एक ठोस कदम है। उनका कहना है कि जब मतदाता मतदान केंद्र पर बिना किसी कठिनाई के पहुंचेंगे और आसानी से मतदान कर पाएंगे, तभी लोकतंत्र की असली ताकत सामने आएगी।
राजनीतिक दलों ने भी इस कदम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि अधिक संख्या वाले केंद्रों को विभाजित करने से जहां भीड़ कम होगी वहीं मतदाताओं में भी उत्साह बढ़ेगा। कांग्रेस और भाजपा के पदाधिकारियों ने प्रशासन को आश्वस्त किया कि वे भी अपने-अपने बूथ एजेंट की सूची जल्द ही उपलब्ध कराएंगे। आगामी चुनावों को देखते हुए प्रशासन की यह तैयारी चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता को और मजबूत करेगी। यह फैसला लोकतांत्रिक मूल्यों को सुरक्षित रखने और मतदाताओं के अधिकारों को संरक्षित करने की दिशा में ऐतिहासिक साबित होगा।