
"हरिद्वार में डीएम और एसएसपी ने स्कूल लोकार्पण किया"
हरिद्वार में शिक्षा सुधार की ओर बड़ा कदम
हरिद्वार । शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के उद्देश्य से राजकीय प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र अलीपुर में सीएसआर मद से कराए गए कार्यों का लोकार्पण किया गया। इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल, कंपनी के एमडी विकास गर्ग और डायरेक्टर सोनिया गर्ग मुख्य रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने संयुक्त रूप से विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र का उद्घाटन किया और कहा कि यह पहल बच्चों के समग्र विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
डीएम मयूर दीक्षित – बच्चों के लिए बेहतर वातावरण अनिवार्य
कार्यक्रम में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता देना सरकार और समाज की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यदि विद्यालय का वातावरण सुंदर और अनुकूल होगा तो बच्चे न केवल पढ़ाई में रुचि लेंगे बल्कि उनकी उपस्थिति भी बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि विद्यालय का आकर्षक और फ्रेंडली माहौल बच्चों में ज्ञान, आत्मविश्वास और अच्छे संस्कारों को बढ़ावा देगा। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे नियमित रूप से विद्यालय का भ्रमण करें और अभिभावक संघ की बैठकों में भाग लें ताकि शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सके।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल – प्राथमिक शिक्षा सबसे प्रभावशाली
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा भी राजकीय प्राथमिक विद्यालय में हुई थी। उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षा बच्चों की स्मृति और व्यक्तित्व पर सबसे गहरा असर डालती है। उन्होंने कहा कि विद्यालय को आधुनिक और आकर्षक बनाना सराहनीय कदम है। कंप्यूटर, उपकरण और बेहतर संसाधन बच्चों के भविष्य को मजबूती देंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास ग्राउंड लेवल पर शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ा लाभ देते हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाते हैं।
मुख्य शिक्षा अधिकारी – रेनोवेशन से बढ़ेगी शिक्षा की गुणवत्ता
मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता ने कहा कि विद्यालय का अच्छा वातावरण शिक्षा की नींव को मजबूत करता है। उन्होंने बताया कि कंपनी की ओर से किए गए योगदान से विद्यालय को एक नया स्वरूप मिला है। उन्होंने कहा कि रेनोवेशन और नई सुविधाओं के कारण विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति बढ़ी है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में बच्चे प्रारंभिक ज्ञान में दक्ष होकर एक मजबूत भविष्य की ओर बढ़ेंगे।
कंपनी का योगदान – शिक्षा और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम
फोरेस स्पेशली केम प्राइवेट लिमिटेड के एमडी विकास गर्ग और डायरेक्टर सोनिया गर्ग ने कंपनी की सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कंपनी शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज कल्याण के क्षेत्रों में निरंतर कार्य कर रही है। अलीपुर के विद्यालय को उन्होंने इसलिए चुना क्योंकि प्राथमिक शिक्षा ही बच्चों की नींव है। उन्होंने कहा कि – “हमारा उद्देश्य है कि विद्यालय ऐसा हो जहां बच्चे खुशी-खुशी आएं। अच्छी नींव से ही उज्ज्वल भविष्य का निर्माण होता है।” सोनिया गर्ग ने कहा कि कंपनी विद्यालय के रखरखाव पर हर साल खर्च करेगी और समय-समय पर मेंटिनेंस टीम भेजी जाएगी ताकि संसाधनों का सही उपयोग हो सके।
बच्चों और अभिभावकों की खुशी
विद्यालय में नए संसाधनों और सुंदर वातावरण को देखकर बच्चे और अभिभावक बेहद उत्साहित नजर आए। बच्चों ने कहा कि अब उन्हें पढ़ाई में और ज्यादा मज़ा आएगा। वहीं अभिभावकों ने उम्मीद जताई कि बच्चों की पढ़ाई और संस्कारों में सकारात्मक बदलाव होगा।
शिक्षा और समाज में CSR की भूमिका
CSR (कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के अंतर्गत कंपनियां समाज और शिक्षा के विकास में अहम भूमिका निभा रही हैं। अलीपुर के विद्यालय में हुए ये कार्य इस बात का उदाहरण हैं कि निजी कंपनियां यदि आगे आएं तो सरकारी विद्यालय भी निजी स्कूलों से बेहतर बन सकते हैं।
कार्यक्रम में मौजूद लोग
इस अवसर पर एमडी विकास गर्ग, डायरेक्टर सोनिया गर्ग, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, प्रधानाचार्य नीरज चौहान सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी, शिक्षक और अभिभावक मौजूद रहे। हरिद्वार के अलीपुर विद्यालय में हुए रेनोवेशन और आधुनिक संसाधनों का लोकार्पण केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि शिक्षा सुधार की ओर एक मजबूत कदम है। डीएम और एसएसपी की मौजूदगी ने इस पहल को और प्रेरणादायी बना दिया है। यह कदम साबित करता है कि अगर सरकार, प्रशासन और निजी कंपनियां मिलकर काम करें तो सरकारी विद्यालय भी बच्चों के लिए आकर्षक और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का केंद्र बन सकते हैं।
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