
"अल्मोड़ा जिला पंचायत चुनाव 2025 में विजेता हेमा गैड़ा का समर्थकों के साथ जश्न"
रिपोर्टर: जतिन
अल्मोड़ा, उत्तराखंड — त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 का अल्मोड़ा जनपद में गुरुवार को सफलतापूर्वक समापन हुआ। अपराह्न तीन बजे तक मतदान संपन्न होने के बाद मतगणना की गई और सभी पदों के नतीजे देर शाम तक घोषित कर दिए गए। इस चुनावी मुकाबले में भाजपा की दावेदार हेमा गैड़ा ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर विजय हासिल की। उन्होंने कुल 45 में से 24 मत पाकर कांग्रेस की सुनीता कुंजवाल (20 मत) और सरस्वती किरौला (1 मत) को पराजित किया।
भाजपा को बड़ी जीत, हेमा गैड़ा बनीं जिला पंचायत अध्यक्ष
हेमा गैड़ा की जीत को भाजपा के लिए बड़ी राजनीतिक सफलता माना जा रहा है। चुनावी नतीजों में भाजपा ने न केवल जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया बल्कि कई विकासखंडों में भी मजबूत प्रदर्शन किया। भाजपा समर्थकों ने जीत के बाद जुलूस निकाला और ढोल-नगाड़ों के साथ जमकर जश्न मनाया।
उपाध्यक्ष पद पर भी भाजपा का कब्जा
उपाध्यक्ष पद पर भाजपा के सुरेंद्र सिंह नेगी ने 26 मत पाकर अपने प्रतिद्वंद्वी शम्भू सिंह रावत (19 मत) को हराया। इससे जिला पंचायत की प्रमुख और उपाध्यक्ष दोनों ही कुर्सियां भाजपा के पास आ गई हैं।
ब्लॉक प्रमुख पदों पर परिणाम
हवालबाग – हिमानी कुंडू ने 32 मत पाकर बबीता भाकुनी (8 मत) को हराया।
भिक्यासैण – सतीश नैनवाल ने 13 मत पाकर दीपक करगेती (11 मत) और गीता देवी (0 मत) को पराजित किया।
भैंसियाछाना – नीमा आर्या ने 16 मतों से सूरज कुमार (5 मत) को हराया।
धौलादेवी – कड़े मुकाबले के बाद तीसरे राउंड की वरीयता गणना में लीला ने 12 मत के साथ जीत दर्ज की। इस पद पर चित्रलेखा सिंगवाल को भी 12 मत, मीना भैसोड़ा को 9 मत और आशा नेगी को 7 मत मिले।
चौखुटिया – चेतना नेगी ने 22 मत पाकर महेश लाल (11 मत) को हराया।
लमगड़ा – त्रिलोक सिंह ने 17 मत हासिल कर राधा बिष्ट (12 मत) और विनीत बोरा (9 मत) को हराया।
स्याल्दे – मथुरा दत्त ने 30 मत पाकर भूपाल सिंह (6 मत) को पराजित किया।
द्वाराहाट – आरती ने 23 मत के साथ जीत दर्ज की, जबकि ममता भट्ट को 15 और कुंती फुलारा को 1 मत मिला।
ताड़ीखेत – बबली मेहरा ने 21 मत पाकर रचना रावत (13 मत) और विमला रावत (6 मत) को हराया।
ताकुला – मीनाक्षी आर्या निर्विरोध निर्वाचित हुईं।
सल्ट – कंचन रावत निर्विरोध निर्वाचित हुईं।
चुनावी प्रक्रिया का सफल समापन
जनपद में हुए इन चुनावी नतीजों के साथ ही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो गई। मतदाताओं ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में उत्साहपूर्वक भाग लेकर स्थानीय प्रशासन की सराहना की। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही और कहीं से भी अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली।
स्थानीय राजनीति पर असर
हेमा गैड़ा की जीत से भाजपा के जिला संगठन को मजबूती मिलेगी। वहीं कांग्रेस के लिए यह हार आत्ममंथन का विषय बन गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि भाजपा ने संगठन और बूथ प्रबंधन में कांग्रेस से बेहतर प्रदर्शन किया।
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