
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए
भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 138वीं जयंती जनपद हरिद्वार में धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाई गई। 10 सितंबर 2025 को आयोजित इस अवसर पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने पंत पार्क और जिला कार्यालय सभागार में पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। पंत पार्क में माल्यार्पण के बाद कलेक्ट्रेट सभागार में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां जिलाधिकारी ने पंत जी के योगदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया।
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि पंडित गोविंद बल्लभ पंत केवल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ही नहीं बल्कि एक महान समाज सुधारक और आधुनिक भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले नेता थे। उनके विचार आज भी समाज को प्रेरणा देते हैं। उन्होंने कहा कि पंत जी ने हमेशा समाज के अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति की चिंता की और यही उनकी राजनीति की असली पहचान रही।

पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि उनका जन्म 10 सितंबर 1887 को अल्मोड़ा जिले के खूंट गांव में हुआ था। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक और विधि की पढ़ाई पूरी की। शिक्षा के दौरान ही वह राजनीति में सक्रिय हो गए और गोपाल कृष्ण गोखले जैसे महान नेताओं से प्रभावित होकर स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़े। उनके योगदान के बिना आधुनिक भारत की परिकल्पना अधूरी मानी जाती है।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि पंत जी के आधुनिक भारत के सपने को साकार करने के लिए हर व्यक्ति को अपने दायित्वों का निर्वहन निष्ठा और ईमानदारी से करना होगा। समाज के अंतिम छोर पर रहने वाले व्यक्ति तक सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को पहुँचाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना ही उनकी सोच का असली अनुसरण है। उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा कि वे आपसी समन्वय के साथ कार्य करें ताकि प्रदेश और जनपद विकास की राह पर निरंतर आगे बढ़ सके।
इस अवसर पर जिले के सभी कार्यालयों और शिक्षण संस्थानों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। सभी जगह पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित की गई। उनके जीवन वृत्तांत और समाज सुधारक कार्यों पर विस्तृत चर्चा की गई। विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने पंत जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और कहा कि पंत जी का जीवन समाज के लिए प्रेरणादायक है।

कार्यक्रम में मुख्य नगर अधिकारी नंदकुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त दीपेंद्र सिंह नेगी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन पी.आर. चौहान, नगर मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत और मुख्य वैयक्तिक अधिकारी सुदेश कुमार सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और कार्मिक उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि पंत जी का जीवन आज भी नई पीढ़ी को सच्चाई, ईमानदारी और समाज सेवा का संदेश देता है। पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी का योगदान केवल स्वतंत्रता संग्राम तक सीमित नहीं रहा। स्वतंत्र भारत में उन्होंने नीतियों के जरिए समाज में समानता और विकास की राह तैयार की। उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री और देश के गृहमंत्री के रूप में उन्होंने भारत की प्रशासनिक और विधिक व्यवस्था को मजबूत आधार दिया।

आज जब देश विकास की राह पर है, तब पंत जी के विचार और सिद्धांत हमें याद दिलाते हैं कि असली प्रगति तभी है जब समाज का हर वर्ग विकास की मुख्यधारा में शामिल हो। पंत जी ने हमेशा ग्राम विकास, शिक्षा और आत्मनिर्भरता पर बल दिया। उनकी सोच थी कि बिना शिक्षा और सामाजिक सुधार के राष्ट्र की प्रगति संभव नहीं है।
जनपद हरिद्वार में आयोजित कार्यक्रमों ने यह साबित कर दिया कि पंत जी की विचारधारा आज भी जीवंत है और समाज को दिशा देने में सक्षम है। युवा पीढ़ी को उनके जीवन से सीख लेनी चाहिए और देश की सेवा के लिए आगे आना चाहिए। जिलाधिकारी ने भी यही संदेश दिया कि हम सभी को पंत जी की सोच और आदर्शों को अपने जीवन में उतारना होगा तभी उनके सपनों का भारत साकार हो सकेगा।
इस कार्यक्रम से प्रशासनिक और शैक्षिक संस्थानों का माहौल भी प्रेरणादायक बना। सभी ने संकल्प लिया कि वे समाज के कमजोर तबके को मजबूत करने और विकास की राह में आगे ले जाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे। पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती केवल एक औपचारिकता नहीं बल्कि उनके विचारों को आत्मसात करने का अवसर है।
हरिद्वार में आयोजित इन कार्यक्रमों की गूंज केवल जिले तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि यह संदेश पूरे राज्य में गया कि भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 138वीं जयंती समाज को एकजुटता, राष्ट्र सेवा और निष्ठा का संदेश देती है।
यह भी पढ़ें–मुख्य सचिव का बड़ा ऐलान – नंदा देवी शिखर से बीटल्स आश्रम तक ईको-टूरिज्म को मिलेगा नया रूप…