
: हरिद्वार पुलिस ने CIER पोर्टल से 11 मोबाइल रिकवर किए
रिपोर्ट जतिन
हरिद्वार पुलिस ने एक बार फिर अपनी तत्परता और मेहनत का परिचय देते हुए जनता का विश्वास जीतने का काम किया है। कोतवाली नगर हरिद्वार पुलिस ने सीईआईआर (CEIR) पोर्टल की मदद से 11 ऐसे मोबाइल फोन रिकवर किए हैं जो चोरी या खोने की वजह से लोगों के पास वापस नहीं थे। इन मोबाइल फोनों की कुल कीमत लगभग दो लाख अस्सी हजार रुपये आंकी गई है। पुलिस की इस कार्यवाही को देखकर न सिर्फ मोबाइल मालिक बल्कि पूरे हरिद्वार क्षेत्र की जनता ने पुलिस के प्रति आभार जताया है।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने कुछ समय पहले ऑपरेशन रिकवरी की शुरुआत की थी, जिसके तहत स्पष्ट निर्देश जारी किए गए थे कि हर शिकायत पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई होनी चाहिए। सीईआईआर पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों पर हरिद्वार पुलिस की टीम ने उसी के अनुरूप काम किया और तकनीक की मदद से उन मोबाइल फोनों का पता लगाया जिन्हें लंबे समय से उनके मालिक ढूंढ नहीं पा रहे थे।

पुलिस के अनुसार यह सभी मोबाइल अलग-अलग जगहों से बरामद किए गए हैं। इनमें उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों से भी मोबाइल की रिकवरी की गई है। कुल 11 मोबाइल में से 4 मोबाइल ऐसे थे जिनके मालिक दूर-दराज के राज्यों में रहते हैं और वे स्वयं हरिद्वार नहीं आ पाए। ऐसे में हरिद्वार पुलिस ने एक सराहनीय कदम उठाते हुए उन मोबाइल फोनों को कोरियर सेवा के माध्यम से उनके सही पते पर भेज दिया। शेष 7 मोबाइल फोन व्यक्तिगत रूप से उनके मालिकों को पुलिस द्वारा सुपुर्द किए गए। मोबाइल मालिकों ने जैसे ही अपने खोए हुए फोन वापस लिए तो उनके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। कई लोगों ने पुलिस की पारदर्शिता और सक्रियता की जमकर प्रशंसा की। जनता का कहना है कि तकनीक का सही उपयोग और पुलिस की ईमानदार कार्यशैली ही आम नागरिकों के लिए सबसे बड़ी राहत है।
बरामद किए गए मोबाइलों की सूची पर नजर डालें तो इनमें 4 ओप्पो मोबाइल, 2 रियलमी मोबाइल, 3 रेडमी मोबाइल, 1 सैमसंग मोबाइल और 1 पोको मोबाइल शामिल है। इस तरह कुल 11 मोबाइल फोन बरामद हुए जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 2.80 लाख रुपये है। इस उपलब्धि के पीछे पुलिस टीम की मेहनत और तकनीकी दक्षता साफ दिखाई देती है। कोतवाली नगर हरिद्वार की पुलिस टीम ने न सिर्फ मोबाइलों का पता लगाया बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि वे सही हालत में उनके मालिकों तक पहुंचे।

मोबाइल रिकवरी की इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि पुलिस और जनता के बीच सहयोग से किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है। पुलिस ने साफ कहा है कि आगे भी ऐसी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई जारी रहेगी। हरिद्वार पुलिस की इस पारदर्शी कार्यवाही से नागरिकों का भरोसा बढ़ा है और यह संदेश गया है कि अगर कोई मोबाइल फोन खो जाए या चोरी हो जाए तो तुरंत सीईआईआर पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज करानी चाहिए।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सीईआईआर पोर्टल पर दर्ज शिकायतों को गंभीरता से लिया जाता है और तुरंत लोकेशन ट्रैकिंग शुरू कर दी जाती है। जैसे ही फोन एक्टिव होता है या नेटवर्क से जुड़ता है, उसकी जानकारी पुलिस तक पहुंच जाती है। इसी तकनीक की मदद से हरिद्वार पुलिस ने ये 11 मोबाइल रिकवर किए। जनता ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा है कि पहले मोबाइल खो जाने पर उम्मीद लगभग खत्म हो जाती थी लेकिन अब तकनीक और पुलिस की तत्परता ने यह भरोसा दिला दिया है कि उनका फोन वापस मिल सकता है।

एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने इस सफलता पर पुलिस टीम की सराहना की और कहा कि ऑपरेशन रिकवरी लगातार जारी रहेगा। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि अगर किसी का मोबाइल फोन चोरी हो जाए या खो जाए तो तुरंत नजदीकी थाने में रिपोर्ट दर्ज करें और सीईआईआर पोर्टल पर शिकायत डालें। हरिद्वार पुलिस का यह कदम सिर्फ मोबाइल रिकवरी तक सीमित नहीं है बल्कि यह जनता में पुलिस की छवि सुधारने का भी बड़ा प्रयास है। तकनीक के साथ तालमेल बैठाकर पुलिस ने यह साबित किया है कि डिजिटल युग में अपराधियों को पकड़ना और जनता की समस्या का समाधान करना पूरी तरह संभव है।
भविष्य में भी ऐसी कार्यवाहियां जारी रहेंगी जिससे आम जनता को सीधे लाभ मिलेगा। मोबाइल फोन आधुनिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है और इसका खो जाना बड़ी परेशानी का कारण बनता है। ऐसे में हरिद्वार पुलिस का यह प्रयास न सिर्फ तकनीकी दृष्टि से सराहनीय है बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से भी बहुत बड़ा कदम है।
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