
"अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी प्रेस वार्ता में क्वारब भूस्खलन पर सरकार और प्रशासन को घेरते हुए"
अल्मोड़ा के क्वारब क्षेत्र में लगातार हो रहे भूस्खलन और सड़क की बदहाल स्थिति ने अब बड़ा राजनीतिक रंग ले लिया है। इस मुद्दे पर विधायक मनोज तिवारी ने सरकार और प्रशासन पर तीखा हमला बोला है। रविवार को नगर के एक होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि क्वारब मार्ग तीन जिलों के लिए जीवन रेखा है,
लेकिन बार-बार सड़क बंद होने से व्यापार और पर्यटन पर गहरा असर पड़ा है। उन्होंने बताया कि इस साल गर्मियों में पर्यटन कारोबार सामान्य से घटकर केवल 20 प्रतिशत तक ही सीमित रह गया। होटल व्यवसायियों, व्यापारियों और परिवहन क्षेत्र को भारी नुकसान उठाना पड़ा है, लेकिन सरकार और प्रशासन स्थिति सुधारने में पूरी तरह नाकाम साबित हुए हैं।
विधायक तिवारी ने कहा कि करोड़ों रुपये की लागत से क्वारब डेंजर जोन में रिटेनिंग वॉल बनाई जा रही है, लेकिन इस निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। मीडिया और समाचार पत्रों में प्रकाशित रिपोर्ट और तस्वीरें साफ दिखाती हैं कि निर्माण कार्य में गंभीर लापरवाही हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि काम शुरू हुए अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ है और दीवारों में दरारें आने लगी हैं।
इससे स्पष्ट होता है कि भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण पर ध्यान नहीं दिया गया और निर्माण की गुणवत्ता से समझौता किया गया है। उन्होंने कहा कि यह जनता के पैसों की बर्बादी है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि ठेकेदार को तुरंत ब्लैकलिस्ट किया जाए और जिम्मेदार अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाए।
विधायक तिवारी ने जानकारी दी कि कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार, 8 सितंबर को जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे से मुलाकात कर इस मामले में जांच की मांग वाला ज्ञापन सौंपेगा। उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में हीलाहवाली की गई तो कांग्रेस कार्यकर्ता, व्यापारी वर्ग और आमजन मिलकर धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि जनता के पैसों की बर्बादी किसी भी हाल में स्वीकार नहीं होगी और यदि प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की तो सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
प्रेस वार्ता में कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज, नगर अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी, पूर्व नगर अध्यक्ष पूरन रौतेला, व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुशील साह, जिला महामंत्री भैरव गोस्वामी समेत कई कार्यकर्ता और व्यापारी मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में प्रशासन की लापरवाही की निंदा की और विधायक की मांगों का समर्थन किया। उनका कहना था कि क्वारब मार्ग की समस्या केवल स्थानीय परेशानी नहीं बल्कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था, पर्यटन और आमजन के जीवन से जुड़ी गंभीर समस्या है।
क्वारब मार्ग की खराब स्थिति से आम लोग भी लगातार परेशान हैं। सड़क बंद होने से मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में दिक्कत होती है, बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है और लोगों को लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। पर्यटक इस मार्ग की स्थिति देखकर क्षेत्र आने से कतराने लगे हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था चरमराने लगी है। भूस्खलन से जान का खतरा भी हर समय बना रहता है। जनता अब बदलाव और ठोस कार्रवाई की मांग कर रही है।
विधायक तिवारी का यह हमला साफ संकेत देता है कि क्वारब मार्ग की समस्या पर राजनीति और आंदोलन दोनों तेज हो सकते हैं। जनता की सुरक्षा और उनके पैसों का सही इस्तेमाल सबसे अहम मुद्दा है। अब सबकी नजर सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया पर टिकी है कि क्या वे इस मामले को गंभीरता से लेकर तुरंत कार्रवाई करते हैं या फिर अल्मोड़ा में एक बड़ा आंदोलन खड़ा होता है।
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