
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित हरिद्वार में जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए।
हरिद्वार में लगातार हो रही बारिश से नदियों और तालाबों का जल स्तर बढ़ने लगा है, जिसे लेकर प्रशासन सतर्क मोड पर है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने देर रात 2 बजे तक स्थिति का अपडेट लिया और सुबह होते ही भगत सिंह चौक, चंद्राचार्य चौक, भीमगोड़ा प्राचीन सिद्धपीठ डाट महाकाली मंदिर, मनसा देवी मंदिर और पैदल मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया।
जलभराव से निपटने के लिए स्थायी समाधान की पहल
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता (सिंचाई) को निर्देश दिए कि भगत सिंह चौक, चंद्राचार्य चौक और ज्वालापुर अंडर बायपास पर जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान तैयार कर शासन को भेजा जाए। उन्होंने 3D मॉडलिंग सहित सभी तकनीकी पहलुओं को प्रस्ताव में शामिल करने के आदेश दिए।
सिंचाई विभाग ने जानकारी दी कि
- भगत सिंह और चंद्राचार्य चौक के जलभराव के स्थायी समाधान के लिए 30 करोड़ रुपये की DPR तैयार है।
- ज्वालापुर अंडर बायपास के लिए 47 करोड़ रुपये की DPR तैयार की गई है।
पंप संचालन में सतर्कता और सुरक्षा पर जोर
जिलाधिकारी ने पंपिंग स्टेशनों पर विशेष सावधानी बरतने को कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि पानी और बिजली दोनों एक साथ मौजूद होने के कारण लूज़ कनेक्शन न हों, और हल्का सा भी पानी ओवरफ्लो होने पर तुरंत पंप चालू किया जाए। जल संस्थान के अधिशासी अभियंता ने बताया कि आधुनिक तकनीक के पंप और जनरेटर से आवाज न आने के कारण लोगों को भ्रम हुआ कि पंप बंद हैं, जबकि जल निकासी लगातार हो रही है।
रेलवे ट्रैक रिस्टोरेशन और भू-स्खलन रोकथाम कार्य का निरीक्षण
भीमगोड़ा प्राचीन सिद्धपीठ डाट महाकाली मंदिर के पास क्षतिग्रस्त रेल मार्ग की रिस्टोरेशन का काम भी जिलाधिकारी और एसएसपी ने देखा। रेलवे इंजीनियरों के साथ स्थायी समाधान और सुरक्षा पर चर्चा हुई। मनसा देवी मार्ग पर भू-स्खलन रोकने के लिए वायर क्रेट्स लगाने के कार्य का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने अन्य संभावित क्षेत्रों को भी चिन्हित कर वहां कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
नालों की सफाई और सड़क मरम्मत पर सख्त निर्देश
नगर निगम को नालों और नालियों की सफाई नियमित रूप से करने के निर्देश दिए गए। लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) को क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत जल्द पूरी करने का आदेश मिला।
जनता के लिए सतर्कता संदेश
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जनता से अपील की कि
- किसी भी प्रकार की गलत या भ्रामक सूचना न फैलाएं।
- नदी किनारे और तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोग सतर्क रहें।
- जल स्तर बढ़ने पर तुरंत राहत शिविर या सुरक्षित स्थान पर जाएं।
निरीक्षण के दौरान उपस्थित अधिकारी
निरीक्षण के दौरान एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल, नगर आयुक्त नन्दन कुमार, सचिव एचआरडीए मनीष सिंह, उप जिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार, अधिशासी अभियंता सिंचाई ओम जी गुप्ता, अधिशासी अभियंता जल संस्थान राजेश गुप्ता और पुलिस अधीक्षक पंकज गैरोला सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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