
नैनीताल रोड पर दुर्घटना स्थल जहां तेज रफ्तार कार ने बाइक सवारों को टक्कर मारी बाजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में घायल महिला का प्राथमिक उपचार चल रहा है पुलिस वाहन और कब्जे में लिए गए क्षतिग्रस्त वाहन घटनास्थल पर स्थानीय लोग और परिजन सड़क हादसे के बाद दहशत में
काशीपुर बीते शुक्रवार रात लगभग 11:45 बजे नैनीताल रोड पर एक तेज रफ्तार कार के ओवरटेक प्रयास ने एक परिवार की जिंदगीों को पलट कर रख दिया। ग्राम हरसान की नई आबादी निवासी 35 वर्षीय उमेद सिंह, उनकी पत्नी 30 वर्षीय ममता और 23 वर्षीय भतीजी उमा ढाबे से काम के बाद बाइक से घर लौट रहे थे। भट्टपुरी मोड़ के पास उमेद ने सड़क किनारे बाइक रोक दी थी, तभी पीछे से उत्तर प्रदेश के रामपुर की ओर से आ रही एक कार ने एक वाहन को ओवरटेक किया और सामने से आ रहे कैंटर को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद कार का संतुलन बिगड़ गया और वह सड़क किनारे खड़े बाइक सवार परिवार को अपनी चपेट में ले ली।घटना में गंभीर रूप से घायल हुए उमेद सिंह और उमा को मौके से बाजपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी पत्नी ममता को प्राथमिक उपचार के बाद उच्च उपचार के लिए रिफर किया गया है, जो गंभीर हालत में है
पुलिस एक्शन: शव कब्जे में, वाहन जब्त, चालक पूछताछ के तहत
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। कोतवाल प्रवीण कोश्यारी ने बताया कि मार्ग दुर्घटना की सूचना पर पुलिस तुरंत पहुंची और तीनों क्षतिग्रस्त वाहनों को कब्जे में लिया गया। दोनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। कार सवार चार युवकों को हिरासत में लिया गया है और उनसे घटना की विस्तृत पूछताछ की जा रही है। पुलिस विधिक प्रक्रिया के तहत तहरीर आने के बाद अग्रिम कार्रवाई करेगी। सीओ बाजपुर विभव सैनी ने भी पुष्टि की कि युवक और युवती की मौत हुई है तथा महिला घायल है। घटना की गहनता और तेज रफ्तार ओवरटेक को देखते हुए दुर्घटना में संभावित लापरवाही और यातायात नियमों के उल्लंघन की विस्तार से जांच की जा रही है।
स्थानीय प्रतिक्रिया और परिवार की टूटती दुनिया
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय स्तर पर शोक की लहर दौड़ गई। मृतक उमेद सिंह और उमा अपने परिवार से जुड़े और मेहनती व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे। परिजनों में गम और मौके पर उपस्थित ग्रामीणों में हादसे को लेकर चिंता और नाराज़गी दोनों दिखाई दे रही है। स्थानीय लोग सड़क पर तेज रफ्तार वाहनों के बढ़ते चलन और असावधानी को दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण मानते हैं। कई लोग कह रहे हैं कि इस मार्ग पर प्रकाश व्यवस्था, स्पीड नियंत्रण और समय-समय पर पुलिस पट्रोलिंग में सुधार की सख्त जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।
सड़क सुरक्षा, ओवरटेक नियम और जिम्मेदारी
विश्लेषकों का कहना है कि हादसा तेज रफ्तार कार के अवैध या खतरे भरे ओवरटेक की वजह से हुआ, जिसमें सामने से आने वाले भारी वाहन (कैंटर) की टक्कर से नियंत्रण खो गया। ओवरटेक करते समय दूरी और गति का ध्यान न रखना, सड़क किनारे खड़े या धीमी गति से चल रहे वाहन के आसपास सावधानी न बरतना अक्सर जानलेवा साबित होता है यह दुर्घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा, यातायात नियमों का पालन, स्पीड लिमिट, सुरक्षित ओवरटेक और सतर्क ड्राइविंग की आवश्यकता पर जोर देती है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग से उम्मीद है कि ऐसे खतरनाक मार्गों पर स्पीड ब्रेकर, चेतावनी बोर्ड, और दुर्घटना रिस्पांस तंत्र को और मजबूत किया जाएगा।
जांच के प्रमुख बिंदु और आगे की कार्रवाई
- घटनास्थल पर कार द्वारा ओवरटेक के समय की स्थिति और सामने से आने वाले कैंटर का कोण।
- कार ड्राइवर तथा अन्य सवार युवकों की ड्राइविंग योग्यता, शराब या अन्य किसी प्रभाव में होने की जाँच।
- दुर्घटना के पश्चात कार की गति, ब्रेक निशान, और वाहन संतुलन टूटने के कारण।
- सड़क किनारे बाइक को रोकने की स्थिति और वहां खड़े रहने का कारण।
- CCTV या आसपास मौजूद गवाहों के बयानों का संग्रह।
पुलिस मामले की हर पहलू की गहनता से जांच कर रही है और दोषी पाए जाने वाले चाहे कार चालक हो या किसी अन्य का शामिल, उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता व मोटर वाहन अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सूचना साझा करें और सहयोग दें
घटना के साक्षी, आसपास मौजूद लोग या जिनके पास किसी प्रकार की उपयोगी जानकारी हो, उनसे अनुरोध है कि वे तुरंत बाजपुर पुलिस स्टेशन या संबंधित थाने में संपर्क कर जानकारी दें। आपका सहयोग जांच को तेज और निष्पक्ष बनाने में मदद करेगा।काशीपुर के नैनीताल रोड पर यह हादसा एक गंभीर चेतावनी है कि सड़क पर लापरवाही के भयानक परिणाम किस तरह परिवारों को तबाह कर सकते हैं। चाहे चालक हो या यात्री, सभी को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए, ओवरटेक करते समय विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए, और तेज रफ्तार से बचना चाहिए।
सड़क पर सुरक्षित ड्राइविंग सभी की जिम्मेदारी है — एक पल की लापरवाही किसी की ज़िंदगी ले सकती है।
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