हरिद्वार, उत्तराखंड — जनपद हरिद्वार में चल रहे वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी अभियान के अंतर्गत ज्वालापुर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। 9.90 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में वांछित चल रहे आरोपी आलोक कुमार को पुलिस ने टिहरी विस्थापित कॉलोनी थाना रानीपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है।यह गिरफ्तारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत की गई है, जिसमें फरार, वांछित और इनामी अपराधियों की धरपकड़ प्राथमिकता पर की जा रही है।
धोखाधड़ी का पूरा मामला
दिनांक 08 नवंबर 2024 को वादी जितेंद्र चौहान पुत्र प्रीतम सिंह, निवासी ग्राम फूलगढ़, थाना पथरी, जनपद हरिद्वार ने थाना ज्वालापुर में एक लिखित शिकायत दी थी। शिकायत में बताया गया कि आरोपीगण ने प्लांट की रजिस्ट्री कराने के नाम पर कुल ₹9,90,000 की राशि ली और बाद में रजिस्ट्री से मुकरते हुए गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी। इस गंभीर आरोप पर पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 813/814/2024, धारा 420 (धोखाधड़ी), 504 (अपमानजनक शब्द), 506 (धमकी) भा.दं.वि. के अंतर्गत पंजीकृत कर विवेचना आरंभ की।
गिरफ्तारी की कार्रवाई इस मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी आलोक कुमार पुत्र मदन लाल, निवासी मोहल्ला लक्कड़हारन, कोतवाली ज्वालापुर, को दिनांक 12 जून 2025 को ज्वालापुर पुलिस टीम ने टिहरी विस्थापित कॉलोनी थाना रानीपुर से गिरफ्तार किया।

इस कार्रवाई के पश्चात आरोपी को आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं के उपरांत माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। पुलिस टीम की भूमिकाइस गिरफ्तारी में उप निरीक्षक रणवीर रमोला एवं कांस्टेबल संदीप कुमार की सक्रिय भूमिका रही। पुलिस टीम ने तकनीकी एवं मैनुअल इनपुट्स के आधार पर अभियुक्त की लोकेशन ट्रेस की और मौके पर दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया।
प्रशासन का सख्त रुखवरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत वांछित और फरार अपराधियों पर सख्ती की जा रही है। पुलिस विभाग का उद्देश्य जनपद में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाए रखना और आम जनता को अपराधियों से राहत दिलाना है।धोखाधड़ी के मामलों में बढ़ती सतर्कता
हरिद्वार में धोखाधड़ी के मामलों में तेजी आने के साथ ही पुलिस ने ऐसे मामलों पर विशेष ध्यान देना शुरू किया है। जमीन, प्लॉट और प्लांट की रजिस्ट्री के नाम पर आम जनता को ठगने वाले आरोपियों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में आम लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है और किसी भी प्रकार के लेन-देन से पहले सभी दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच करना आवश्यक है।
यह भी पढ़ें 👉हरिद्वार के जिलाधिकारी से उत्तरांचल कर्मचारी-शिक्षक संगठन ने की शिष्टाचार भेंट…