हरिद्वार में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जयंती समारोह में भाषण देते उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामीहरिद्वार में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जयंती समारोह में भाषण देते उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

Haridwar news: हरिद्वार में आयोजित लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी जयंती समारोह में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया और कई ऐतिहासिक घोषणाएं करते हुए जनता को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण हेतु पूरी तरह संकल्पबद्ध है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि यदि ग्राम सभा सलेमपुर से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) प्राप्त होता है, तो उस गांव का नाम बदलकर लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर रखा जाएगा।

पाल-धनगर समाज के योगदान को बताया भारत की समृद्धि की नींव मुख्यमंत्री ने कहा कि पाल-धनगर समाज ने सदियों से देश की पशुधन आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है। उन्होंने न केवल आर्थिक दृष्टि से बल्कि भारतीय संस्कृति को संजोने और आगे बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आज भी यह समाज मेहनत, आत्मसम्मान और निष्ठा के बल पर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भूमिका निभा रहा है।

लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर – नारी सशक्तिकरण की प्रतीक

मुख्यमंत्री ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर को नारीशक्ति का सर्वोत्तम उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई जी का जीवन सनातन मूल्यों और भारतीय संस्कृति की पुनर्स्थापना को समर्पित था।उनके द्वारा बनवाए गए काशी विश्वनाथ, सोमनाथ, रामेश्वरम्, मथुरा, अयोध्या, द्वारका और हरिद्वार जैसे पवित्र स्थलों के पुनर्निर्माण ने उस समय में महिलाओं की भूमिका को लेकर सामाजिक सोच को बदल डाला।

भारत सांस्कृतिक पुनर्जागरण के अमृतकाल में – मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे समय तक विदेशी आक्रांताओं और स्वतंत्रता के बाद की सरकारों ने हमारे महान राष्ट्रनायकों को उपेक्षित रखा। लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सांस्कृतिक चेतना के पुनर्जागरण के अमृतकाल में है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण, बद्रीनाथ-केदारनाथ धामों का पुनर्निर्माण, महाकाल लोक, और काशी कॉरिडोर जैसे कार्य हमारी संस्कृति की पुनर्प्रतिष्ठा के उदाहरण हैं।

महिला सशक्तिकरण को लेकर केंद्र सरकार के कार्यों की सराहना मुख्यमंत्री ने महिला आरक्षण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, उज्ज्वला योजना, लखपति दीदी योजना, और ट्रिपल तलाक पर रोक जैसे कार्यों को महिला सम्मान की दिशा में क्रांतिकारी कदम बताया।उन्होंने कहा कि आज भारत अपनी मातृशक्ति को सम्मान दे रहा है और महिलाएं शिक्षा, रोजगार, और नेतृत्व के क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।

आतंकी हमलों पर सख्त जवाब – मुख्यमंत्रीसीएम धामी ने कहा कि आज का भारत किसी भी आतंकी कार्रवाई का मुँहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। उरी हमले के जवाब में सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा के बाद एयर स्ट्राइक, और ऑपरेशन सिंदूर जैसे मिशनों से यह स्पष्ट हो चुका है कि भारत अब केवल सहता नहीं, जवाब भी देता है।

उत्तराखंड में सांस्कृतिक पुनर्जागरण और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा

राज्य सरकार ने केदारखंड और मानसखंड मंदिर क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण, हरिपुर कालसी के यमुनातीर्थ, हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर, और शारदा कॉरिडोर जैसे प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह कार्य केवल धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि आर्थिक और सामाजिक उत्थान का आधार भी हैं।

राज्य में महिलाओं के लिए कल्याणकारी योजनाएं

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में 30% महिला आरक्षण, मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना, मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना, और पोषण अभियान जैसी योजनाएं प्रारंभ की गई हैं।इन योजनाओं से प्रदेश की बेटियां सरकारी सेवाओं, स्वयं सहायता समूहों, और स्टार्टअप्स के माध्यम से आत्मनिर्भर बन रही हैं।

भ्रष्टाचार और असामाजिक मानसिकताओं के खिलाफ कठोर कदममुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लव जिहाद, लैंड जिहाद, और धर्मांतरण जैसी घृणित मानसिकताओं के विरुद्ध कड़ा रुख अपनाया है।दंगारोधी कानून और धर्मांतरण विरोधी कानून को लागू कर राज्य की संस्कृति और जनसांख्यिकी को सुरक्षित रखने का कार्य किया जा रहा है।

भ्रष्टाचार में “मगरमच्छ” भी पकड़ में आए

सीएमसीएम धामी ने कहा कि अब भ्रष्टाचार के मामलों में केवल छोटे कर्मचारी ही नहीं, बल्कि बड़े अधिकारी भी कार्रवाई के दायरे में हैं। उन्होंने हाल ही में हुए हरिद्वार भूमि घोटाले में दो IAS और एक PCS अधिकारी के निलंबन का उदाहरण प्रस्तुत किया।

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