
पाल कॉलेज ऑफ नर्सिंग में आयोजित रक्तदान शिविर में रक्तदान करते युवा।
हल्द्वानी स्थित पाल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में शुक्रवार को एक विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर पाल कॉलेज ऑफ नर्सिंग एंड मेडिकल साइंसेज के प्रांगण में आयोजित हुआ, जिसमें राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी ने सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर क्षेत्र के युवाओं और स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का परिचय दिया। आयोजन में कुल 175 लोगों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 65 यूनिट रक्त सफलतापूर्वक एकत्र किया गया।
रक्तदान शिविर का शुभारंभ पाल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमैन डॉ. अशोक पाल ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि रक्तदान मानवता की सबसे बड़ी सेवा है और इस प्रकार के कार्यक्रम जरूरतमंद मरीजों को जीवनदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि युवाओं में सेवा और सहयोग की भावना समाज के लिए प्रेरणादायक है।
इस शिविर में अकादमिक डायरेक्टर डॉ. रत्ना प्रकाश, डॉ. सलोनी, डॉ. लोकेश, सुषमा, दीपिका, प्रियंका, खालिद, रेहनुमा, नेहा और हेमलता सहित कई चिकित्सक और फैकल्टी सदस्य मौजूद रहे। इन विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को रक्तदान के महत्व और इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रक्तदान करने से न केवल जरूरतमंद मरीजों की मदद होती है, बल्कि रक्तदाता का स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है क्योंकि यह शरीर में नई रक्त कोशिकाओं के निर्माण को प्रोत्साहित करता है।
पाल ग्रुप के फैकल्टी सदस्य दिव्या बडती, मोनिका धपोला, अन्वर मसीह, डॉ. नागेंद्र प्रकाश और सुंदरम भंडारी सहित कई स्वयंसेवक भी शिविर की सफलता में सक्रिय रूप से शामिल रहे। पूरे आयोजन के दौरान प्रतिभागियों को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण में रक्तदान कराने की व्यवस्था की गई। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने प्रत्येक रक्तदाता का स्वास्थ्य परीक्षण किया और उन्हें आवश्यक परामर्श प्रदान किया।
रक्तदान शिविर में युवाओं की भारी भागीदारी ने यह साबित किया कि समाज में सेवा और सहयोग की भावना आज भी जीवंत है। कई छात्र-छात्राओं ने पहली बार रक्तदान किया और इसे अपने जीवन का महत्वपूर्ण अनुभव बताया। प्रतिभागियों ने कहा कि रक्तदान करने से उन्हें मानसिक संतोष और गर्व की अनुभूति हुई। उन्होंने दूसरों को भी इस प्रकार की सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करने का संकल्प लिया।
राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी की टीम ने रक्त एकत्र करने के लिए आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया और पूरे आयोजन को अत्यंत व्यवस्थित तरीके से संपन्न किया। विशेषज्ञों ने बताया कि शिविर में एकत्र किया गया रक्त अस्पतालों और आपातकालीन जरूरतों के लिए बेहद सहायक होगा। खासकर गंभीर बीमारियों, दुर्घटनाओं और प्रसव जैसी स्थितियों में यह रक्त जरूरतमंद मरीजों को जीवनदान देने में मदद करेगा।
रक्तदान शिविर के दौरान प्रतिभागियों को यह भी बताया गया कि नियमित रक्तदान से शरीर में आयरन का स्तर संतुलित रहता है और यह हृदय रोग जैसी बीमारियों के खतरे को कम करता है। चिकित्सकों ने रक्तदान से जुड़े मिथकों को दूर करते हुए कहा कि स्वस्थ व्यक्ति साल में तीन से चार बार सुरक्षित रूप से रक्तदान कर सकता है।
डॉ. अशोक पाल ने इस अवसर पर कहा कि समाज में रक्त की कमी को दूर करने के लिए ऐसे शिविरों का आयोजन नियमित रूप से होना चाहिए। उन्होंने पाल ग्रुप के छात्रों और फैकल्टी सदस्यों की सक्रिय भागीदारी की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा संस्थानों को न केवल अकादमिक गतिविधियों पर बल्कि सामाजिक जिम्मेदारियों पर भी ध्यान देना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। आयोजकों ने कहा कि इस प्रकार के शिविर भविष्य में भी जारी रहेंगे और हर बार अधिक से अधिक लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने स्थानीय नागरिकों और युवाओं से अपील की कि वे समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए नियमित रक्तदान करें और जरूरतमंदों के जीवन को बचाने में योगदान दें।
यह आयोजन न केवल रक्त की आवश्यकता को पूरा करने में सहायक रहा बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने का भी माध्यम बना। इस शिविर ने यह संदेश दिया कि हर व्यक्ति अपने छोटे से प्रयास से बड़ी सामाजिक समस्या का समाधान कर सकता है।
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