
"हरिद्वार में खेल दिवस पर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में दौड़ लगाते खिलाड़ी"
हरिद्वार में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर युवा कल्याण विभाग द्वारा विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन जिले के अलग-अलग विकासखंडों में संपन्न हुआ, जिसमें खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा और मेहनत का शानदार प्रदर्शन किया। विकासखंड भगवानपुर में एथलेटिक्स प्रतियोगिता आयोजित की गई, खानपुर में क्रॉस कंट्री दौड़ का रोमांच देखने को मिला और बहादराबाद में कबड्डी बालक एवं बालिका प्रतियोगिता ने सभी का मन मोह लिया। इस अवसर पर खिलाड़ियों के उत्साह और जोश ने पूरे वातावरण को ऊर्जा से भर दिया। खेल दिवस केवल एक आयोजन भर नहीं है, बल्कि यह युवाओं के भीतर खेल के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उन्हें अनुशासन, एकता और स्वस्थ जीवन की ओर प्रेरित करने का भी माध्यम है। हरिद्वार जिले में हुए इन आयोजनों ने इस उद्देश्य को बखूबी साकार किया। युवा कल्याण विभाग ने न केवल प्रतियोगिताओं का संचालन किया, बल्कि विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया, जिससे उनके आत्मविश्वास में वृद्धि हुई

भगवानपुर में आयोजित एथलेटिक्स प्रतियोगिता में बालक एवं बालिका दोनों वर्गों ने भाग लिया। दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद जैसी प्रतियोगिताओं में युवाओं ने अपनी गति और सहनशक्ति का परिचय दिया। सुबह से ही खेल मैदान में खिलाड़ियों और दर्शकों की भीड़ जुटने लगी थी। हर खिलाड़ी ने जीतने के लिए पूरी मेहनत की और दर्शकों ने उनका उत्साह बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। वहीं, खानपुर में आयोजित क्रॉस कंट्री दौड़ ने युवाओं की सहनशक्ति और फिटनेस की असली परीक्षा ली। धावक खिलाड़ियों ने कई किलोमीटर लंबी दौड़ में हिस्सा लिया और मैदान में दौड़ते समय उनका जज्बा काबिले तारीफ था। दर्शक सड़क किनारे खड़े होकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन कर रहे थे। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले कई खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत और लगन से साबित किया कि खेल केवल जीत-हार का नाम नहीं है, बल्कि यह आत्मविश्वास और आत्मअनुशासन का प्रतीक है।

बहादराबाद में कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें बालक और बालिका दोनों वर्गों की टीमें शामिल हुईं। कबड्डी के रोमांचक मुकाबलों ने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। खिलाड़ियों ने शानदार छापेमारी और दमदार बचाव का प्रदर्शन किया। कबड्डी हमेशा से भारतीय खेल संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है और इस प्रतियोगिता ने एक बार फिर साबित किया कि यह खेल युवाओं में किस कदर लोकप्रिय है। इस पूरे आयोजन में प्रभारी जिला युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल अधिकारी मुकेश कुमार भट्ट, क्षेत्रीय युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल अधिकारी सोनू कुमार, प्रशासनिक अधिकारी जितेंद्र कुमार पुण्डीर सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। सभी ने विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए और खिलाड़ियों को आगे भी इसी उत्साह से खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान खेल प्रशिक्षक समीर और धीरज के साथ-साथ युवा कल्याण विभाग का पूरा स्टाफ भी मौजूद रहा और उन्होंने आयोजन को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस अवसर पर अधिकारियों ने कहा कि खेल केवल शारीरिक फिटनेस के लिए ही जरूरी नहीं हैं, बल्कि यह युवाओं को अनुशासन, परिश्रम, एकजुटता और संघर्ष करने का जज्बा भी सिखाते हैं। प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ी विजेता हैं, क्योंकि उन्होंने मैदान में अपनी पूरी क्षमता और मेहनत झोंकी।] राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल खिलाड़ियों को मंच दिया, बल्कि हरिद्वार जिले के युवाओं को खेलों के महत्व को समझाने का भी काम किया। ऐसे आयोजन भविष्य में भी होते रहें ताकि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के युवा खेलों की ओर आकर्षित हों और राज्य तथा देश का नाम रोशन करें।

आयोजन के दौरान यह स्पष्ट रूप से देखने को मिला कि हर खिलाड़ी के चेहरे पर जीत का जुनून और खेल के प्रति प्रेम झलक रहा था। यही जुनून आने वाले समय में इन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता दिला सकता है। विभाग ने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में और अधिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, ताकि खिलाड़ियों को निरंतर अवसर मिलते रहें। इस आयोजन की सफलता ने यह साबित किया कि जब सामूहिक प्रयास और सही दिशा में मार्गदर्शन मिलता है, तो युवा अपने कौशल और प्रतिभा से हर असंभव को संभव कर सकते हैं। खेल दिवस पर हरिद्वार में हुई इन प्रतियोगिताओं ने साबित कर दिया कि यह जिला खेलों के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बना सकता है
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