
साहिल बिष्ट हत्या मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन"
नई टिहरी से बड़ी खबर: कांग्रेस ने साहिल की हत्या की न्यायिक जांच की मांग उठाई
नई टिहरी। भिलंगना ब्लॉक के तिसरियाड़ा गांव निवासी युवक साहिल बिष्ट की हरियाणा के अंबाला स्थित एक होटल में हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा।
होटल में ड्यूटी जाते समय हुआ हमला
ज्ञापन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विस्तार से जानकारी दी कि तिसरियाड़ा निवासी साहिल बिष्ट अंबाला के एक होटल में नौकरी करता था। परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी उसी पर थी। बताया गया कि जब साहिल अपनी ड्यूटी पर जा रहा था तभी कुछ असामाजिक तत्वों ने उसके साथ लूटपाट करने की कोशिश की।
लूटपाट का विरोध करने पर बदमाशों ने साहिल पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। घायल साहिल किसी तरह होटल के स्टाफ तक पहुंचने में सफल रहा। स्टाफ ने तत्काल उसे नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
परिवार का सहारा छिन गया
साहिल बिष्ट अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला बेटा था। उसकी असमय मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह केवल हत्या नहीं, बल्कि बेरोजगार युवाओं की कठिनाई और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल है।
कांग्रेस का आरोप – न्याय मिले, दोषियों को सख्त सजा
भिलंगना के पूर्व प्रमुख विजय गुनसोला के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में साफ तौर पर मांग की गई कि साहिल बिष्ट की हत्या की न्यायिक जांच कराई जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
ज्ञापन देने वालों में कौन-कौन थे?
ज्ञापन सौंपने वालों में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशा रावत, दर्शनी रावत, देवेंद्र नौडियाल, गबर सिंह रावत समेत कई कार्यकर्ता शामिल रहे।
कांग्रेस ने उठाए सुरक्षा और रोजगार के सवाल
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि उत्तराखंड के युवा रोजगार की तलाश में अन्य राज्यों में नौकरी करने को मजबूर हैं। साहिल भी अंबाला जाकर अपने परिवार का खर्च चला रहा था। लेकिन बाहरी राज्यों में सुरक्षा की गारंटी नहीं है।उन्होंने सवाल उठाया कि जब देशभर में बेरोजगारी बढ़ रही है, तब ऐसे हालात में युवाओं की सुरक्षा कौन सुनिश्चित करेगा?
साहिल की हत्या से उपजा जनाक्रोश
साहिल बिष्ट की हत्या की खबर जैसे ही तिसरियाड़ा और आसपास के गांवों में पहुंची, माहौल गमगीन हो गया। लोग न्याय की मांग को लेकर एकजुट हो रहे हैं। परिजन और ग्रामीण साफ कह रहे हैं कि यदि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा नहीं दी गई तो आंदोलन किया जाएस्थानीय लोगों का कहना है कि साहिल की मौत केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र की पीड़ा है। युवाओं ने कहा कि अगर सरकार जल्द कार्रवाई नहीं करती तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा।
न्यायिक जांच की जरूरत क्यों?
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि साधारण पुलिस जांच से दोषियों को बचने का मौका मिल सकता है। इसीलिए मामले की न्यायिक जांच जरूरी है ताकि निष्पक्ष तरीके से पूरे प्रकरण की पड़ताल हो और सच्चाई सामने आ सके।
दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कांग्रेस ने सीएम से स्पष्ट कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा न जाए। साथ ही साहिल के परिवार को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी देकर उनके जीवन यापन की जिम्मेदारी उठाई जाए।
कांग्रेस का ऐलान – “लड़ाई सड़क से सदन तक”
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट ने कहा कि यदि सरकार इस मामले में ढिलाई बरतती है तो कांग्रेस सड़क से लेकर विधानसभा तक लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने साफ कहा कि साहिल की हत्या को साधारण अपराध मानकर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
स्थानीय जनता की आवाज़
भिलंगना ब्लॉक के लोगों का कहना है कि साहिल बेहद मेहनती और ईमानदार युवक था। उसका सपना था कि वह नौकरी करके परिवार का सहारा बने। उसकी हत्या ने गांव ही नहीं, बल्कि पूरे टिहरी जिले को झकझोर कर रख दिया है।सरकार की जिम्मेदारी कांग्रेस का आरोप है कि सरकार केवल घोषणाएं करती है लेकिन वास्तविकता में सुरक्षा और रोजगार के मुद्दों पर गंभीर नहीं है। अगर उत्तराखंड के युवाओं को राज्य में ही रोजगार मिलता तो उन्हें बाहर जाकर इस तरह के खतरे का सामना नहीं करना पड़ता।साहिल बिष्ट की हत्या ने जहां परिवार को असहनीय दुख दिया है, वहीं समाज को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। कांग्रेस की मांग है कि इस मामले में जल्द से जल्द न्यायिक जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
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