
देहरादून जिला प्रशासन की बैठक, बर्ड फ्लू रोकथाम पर अधिकारियों के निर्देश, चेक पोस्ट और पोल्ट्री फार्म निगरानी
रिपोर्टर: जतिन
बर्ड फ्लू का खतरा: देहरादून में प्रशासन सतर्क
उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू (Avian Influenza) की पुष्टि के बाद देहरादून जिला प्रशासन ने पूरे जनपद में अलर्ट जारी कर दिया है। जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार में हुई महत्वपूर्ण बैठक में सभी संबंधित विभागों को सतर्कता और समन्वित कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
बर्ड फ्लू क्या है और क्यों है खतरनाक?
बर्ड फ्लू, जिसे वैज्ञानिक रूप से एवियन इन्फ्लूएंजा कहा जाता है, एक अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी है जो मुख्य रूप से पक्षियों को प्रभावित करती है। हालांकि यह मनुष्यों में दुर्लभ मामलों में फैल सकती है, लेकिन इसके संक्रमण के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। यह वायरस विशेष रूप से पोल्ट्री उद्योग के लिए घातक माना जाता है क्योंकि इससे बड़े पैमाने पर मुर्गियों की मौत हो सकती है।
जिलाधिकारी के कड़े निर्देश
जिलाधिकारी सविन बंसल ने बैठक में स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने पशुपालन विभाग को निर्देश दिए कि—
- रैंडम सैंपलिंग – जनपद के सभी 170 पोल्ट्री फार्म से 3 दिनों के भीतर मुर्गियों के रैंडम सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएं।
- नियमित निगरानी – पोल्ट्री फार्म पर रोजाना स्वास्थ्य निरीक्षण किया जाए और किसी भी असामान्यता की तुरंत सूचना दी जाए।
- रैपिड रिस्पांस टीम – आपातकालीन स्थितियों के लिए तुरंत सक्रिय रखी जाए।
- वन्य पक्षियों पर नजर – तालाब, नदियों और झीलों के आसपास के पक्षियों पर सतत निगरानी रखी जाए और किसी भी मृत या बीमार पक्षी की सूचना तुरंत पशु चिकित्सा विभाग को दी जाए।
यूपी से आने वाले मुर्गे, मांस और अंडों पर प्रतिबंध
प्रशासन ने एहतियाती कदम के तौर पर उत्तर प्रदेश से देहरादून आने वाले जिंदा मुर्गे, मुर्गा मांस और अंडों पर अग्रिम आदेशों तक पूरी तरह रोक लगा दी है। जनपद की सीमाओं पर पुलिस ने चेक पोस्ट स्थापित कर दिए हैं, जहां आने वाले वाहनों की सघन जांच की जा रही है।
गैर-कानूनी मीट की दुकानों पर सख्ती
जिलाधिकारी ने पुलिस और नगर निकायों को निर्देश दिए कि जनपद में अवैध रूप से संचालित मीट की दुकानों को तुरंत सीज किया जाए। साथ ही, पोल्ट्री फार्म एसोसिएशन और मीट व्यापारियों के साथ बैठक कर बर्ड फ्लू के खतरे और बचाव के उपायों के बारे में जागरूक किया जाए।
आर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स को सतर्क किया गया
सैनिक कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए गए कि जनपद में मौजूद सभी आर्मी और पैरामिलिट्री मुख्यालयों को सतर्क किया जाए ताकि किसी भी प्रकार के संक्रमण की स्थिति में तुरंत नियंत्रण किया जा सके।
पशुपालन विभाग और वन विभाग की संयुक्त जिम्मेदारी
पशुपालन विभाग को पोल्ट्री फार्म में नियमित विजिट करने, सफाई व्यवस्था बनाए रखने और बायो-सिक्योरिटी नियमों का पालन कराने के आदेश दिए गए हैं। वन विभाग को जल स्रोतों और पक्षियों के प्राकृतिक आवास पर नजर रखने के लिए कहा गया है, ताकि जंगली पक्षियों से वायरस के फैलाव की आशंका को रोका जा सके।
अधिकारियों की मौजूदगी में लिया गया निर्णय
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, एसडीएम कुमकुम जोशी, उप नगर आयुक्त संतोष कुमार पांडेय, सीएमओ डॉ. मुकेश कुमार शर्मा, सीवीओ डॉ. एससी जोशी सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रशासन की अपील: सतर्क रहें, घबराएं नहीं
देहरादून जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें, बल्कि केवल सरकारी निर्देशों का पालन करें। बर्ड फ्लू से बचाव के लिए—
- मांस और अंडे को अच्छी तरह पकाकर ही खाएं।
- पोल्ट्री उत्पादों को कच्चा छूने के बाद हाथों को साबुन से धोएं।
- बीमार या मृत पक्षियों के संपर्क से बचें।
यह भी पढ़ें–उत्तराखंड धराली आपदा राहत कार्यों की राज्यपाल द्वारा समीक्षा — उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन का मजबूत उदाहरण