
"गोपेश्वर में जिलाधिकारी संदीप तिवारी और महिला मंगल दल द्वारा पौधरोपण कार्यक्रम, पीपल के पौधे लगाते हुए और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए।
चमोली जिले के जिला मुख्यालय गोपेश्वर में बुधवार को एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में महिला मंगल दल, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया और पीपल के पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत और स्वागत समारोह
जिलाधिकारी का पारंपरिक तरीके से शाल ओढ़ाकर और रामचरित मानस भेंटकर स्वागत किया गया। इस दौरान महिलाओं ने मंगल गीत प्रस्तुत कर वातावरण को उल्लासमय बना दिया।
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि –
“चमोली की जनता का प्रेम और स्नेह मेरे लिए अमूल्य है। पर्यावरण संरक्षण हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।”
पौधरोपण का उद्देश्य और महत्व
पौधरोपण कार्यक्रम का उद्देश्य सिर्फ हरियाली बढ़ाना नहीं था, बल्कि यह जल, जंगल और जमीन के संरक्षण का एक सामूहिक प्रयास था।
- जिले की नैसर्गिक सुंदरता बनाए रखना
- ऑक्सीजन स्तर बढ़ाना
- जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करना
- वन्य जीवों के लिए आवास सुरक्षित करना
जिलाधिकारी का विशेष संदेश
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने सिरोखुमा वैतरणी सड़क मार्ग पर पीपल का पौधा रोपित किया। उन्होंने कहा कि लगाए गए पौधों की नियमित निगरानी और देखभाल सुनिश्चित की जाएगी।
डीएफओ और प्रशासनिक अधिकारियों की भागीदारी
कार्यक्रम में डीएफओ बद्रीनाथ सर्वेश कुमार दुबे और डीएफओ केदारनाथ तरुण एस ने भी पौधारोपण किया। साथ ही सभी ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली।
चिपको आंदोलन की विरासत
इस कार्यक्रम में कई ऐसी महिलाएं मौजूद रहीं, जिन्होंने चिपको आंदोलन के पहले और दूसरे चरण में सक्रिय भूमिका निभाई थी।
- पहला चरण: 24 अप्रैल 1973 को मण्डल चिपको
- दूसरा चरण: 25 दिसंबर 1973 को केदार घाटी के रामपुर-फ़ाटा
इन महिलाओं में श्यामा देवी, इंदिरा देवी, जेठूली देवी, पार्वती देवी, जयंती देवी के नाम प्रमुख हैं, जिन्होंने एक माह तक गाँव-गाँव जाकर महिलाओं को संगठित किया था।
शराब विरोधी आंदोलन में योगदान
1970 में श्यामा देवी के नेतृत्व में इन महिलाओं ने मद्यनिषेध अभियान चलाया।
- चंद्रापुरी में एक माह तक सत्याग्रह
- टिहरी शराब विरोधी आंदोलन में एक माह जेल
- तत्कालीन राष्ट्रपति से मुलाकात कर पहाड़ में शराब ठेकों का विरोध
- इसके परिणामस्वरूप एक दशक तक क्षेत्र में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध रहा।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख लोग
- सुशीला सेमवाल, चंद्रकला बिष्ट, सुनीता भट्ट (वन सरपंच)
- ओम प्रकाश भट्ट, सी पी भट्ट, विनय सेमवाल
- शांति प्रसाद भट्ट, गोपाल दत्त भट्ट, मनोज तिवारी
- कुलदीप भट्ट, आयुष चौहान, मीना भट्ट
- पुष्पा नेगी, कुंती चौहान, देवेशवरी देवी, दिगंबरी देवी
भविष्य की योजनाएँ
- लगाए गए पौधों की जियो-टैगिंग
- स्कूल और कॉलेजों में पौधरोपण अभियान
- ग्राम पंचायत स्तर पर निगरानी समितियाँ
- स्थानीय युवाओं को ग्रीन एंबेसडर के रूप में जोड़ना
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