
गैंडीखाता में छात्र-छात्राओं और स्थानीय लोगों के साथ निकाली गई तिरंगा यात्रा, हाथों में तिरंगा लिए देशभक्ति के नारों के साथ।
प्रधानमंत्री मोदी के हर घर तिरंगा अभियान के तहत गैंडीखाता में ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा
गैंडीखाता, हरिद्वार — स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पूरे देश में देशभक्ति का उत्साह चरम पर है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “हर घर तिरंगा” अभियान को गति देने के लिए गैंडीखाता में बुधवार को भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और गौरव का संदेश देने वाला ऐतिहासिक क्षण बन गई।
तिरंगे के साथ युवाओं का जोश
इस तिरंगा यात्रा में स्थानीय छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हाथों में तिरंगा थामे युवा, देशभक्ति के जोशीले नारों के साथ इंदिरा नगर से यात्रा शुरू कर शहीद मनोज सिंह चौहान राजकीय इंटर कॉलेज परिसर तक पहुंचे। यात्रा के दौरान पूरा मार्ग “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” के नारों से गूंज उठा।
यात्रा का समापन और देशभक्ति का संदेश
यात्रा का समापन शहीद मनोज सिंह चौहान के स्मृति स्मारक पर हुआ, जहां प्रतिभागियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा:
“प्रधानमंत्री मोदी की सोच है कि देश का हर नागरिक एक सूत्र में बंधे। हर घर पर तिरंगा फहराना हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। तिरंगा केवल एक ध्वज नहीं, बल्कि हमारे गर्व, सम्मान और बलिदान का प्रतीक है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह यात्रा देश के वीर सैनिकों का मनोबल बढ़ाने और जनता में एकजुटता का संदेश देने का माध्यम है।
हर घर तिरंगा: अभियान का उद्देश्य और महत्व
हर घर तिरंगा अभियान, प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से, देश के नागरिकों को राष्ट्रध्वज के महत्व और उसके सम्मान के प्रति जागरूक करने का प्रयास है।
इस अभियान का उद्देश्य है कि —
- राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया जाए।
- देशभक्ति की भावना को जन-जन तक पहुंचाया जाए।
- स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद किया जाए।
स्थानीय लोगों की भागीदारी
गैंडीखाता की इस यात्रा में न केवल छात्र-छात्राएं, बल्कि गांव के बुजुर्ग, महिलाएं, और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। सभी ने एक साथ चलकर यह संदेश दिया कि भारत की शक्ति उसकी एकता में है।
तिरंगे का प्रतीकात्मक महत्व
तिरंगा हमारे संविधान, हमारी आजादी, और हमारे गर्व का प्रतीक है।
- केसरिया रंग साहस और बलिदान का प्रतीक है।
- सफेद रंग शांति और सत्य का संदेश देता है।
- हरा रंग समृद्धि और विकास का संकेत है।
देशभक्ति का जोश युवाओं में भरपूर
इस यात्रा में युवाओं का जोश देखते ही बनता था। छोटे-छोटे बच्चे भी तिरंगा लहराते हुए, देशभक्ति के गीत गाते नजर आए। यह नजारा साबित करता है कि भारत का भविष्य अपने गौरवशाली अतीत से प्रेरित है और राष्ट्रप्रेम की भावना से ओतप्रोत है।
भविष्य की योजनाएं
पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने घोषणा की कि आने वाले समय में गैंडीखाता और आस-पास के क्षेत्रों में भी इस तरह की यात्राएं आयोजित की जाएंगी, ताकि हर गांव और हर घर तक तिरंगा फहराने का संदेश पहुंचे।
गैंडीखाता की यह तिरंगा यात्रा न केवल हर घर तिरंगा अभियान को गति देने में सफल रही, बल्कि इसने यह भी साबित किया कि जब देश के नागरिक एकजुट होते हैं, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। यह यात्रा गवाह है कि भारत की ताकत उसकी एकता, विविधता और देशप्रेम में निहित है।
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